निशांत यादव 'बदायूँनी" का काव्य संग्रह "अश्क आँखों के" पढ़ने वालों को एक ऐसे सफ़र पर ले जाता है जहाँ पाठक और लेखक के बीच का फ़र्क ख़त्म हो जाता है। जीवन की सुन्दरता से लेकर कड़वाहट तक, प्रेम में सर्वस्व त्याग की भावना से लेकर बेवफ़ाई तक। निशांत जी ने सारे अनुभवों, एहसासों को अपनी रचनाओं में बेहद ख़ूबसूरती से उकेरा है।